आखिल भारतीय पुरष कल्याण संघ – (AIMWA)
अखिल भारतीय पुरुष कल्याण संघ (AIMWA) पुरुषों और लड़कों के मानव और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का गठन संगठन है क्योंकि परिवार न्यायालय एक एसी प्रणाली है जो पिता को बच्चे से मिलने से रोकता है और पिता को बच्चे से आलग करता है.
परिवार न्यायालय का बहिष्कार !!
एक पिता रहित समाज के सृजन विरोध!
• क्या आप एक जैविक पिता के रूप में अपने बच्चे के प्यार और रखरखाव से वंचित हैं?
• क्या आपको अपने बच्चे को देकने की आनुमूति दिए बिना बच्चे के पाल्न पोषण के लिए बड़ी रकम देने के लिए मजबूर किया जा रहा है?
• क्या आप के ऊपर अयोग्य पति और अयोग्य पिता जैसे झूठे आरोपों लगाएँ गये हैं?
• क्या आपके बच्चे की मा ने आपको अपने बच्चे के जीवन को समाप्त करने के लिए कई कानूनी लड़ाइयों में उलझाया है?
• क्या आप आदलत के एक्स पारट आदेश के कारण आपने बच्चे से संपर्क खो बैठे हैं?
• क्या आपके बच्चे की माँ आपके बच्चे से मिलने के अधिकार का बिना किसी परवाह के उल्लंघन कर रही है.
• क्या आपको अपने खुद के बच्चे के साथ संपर्क बनाने की कोशिश कर के लिए “अपहरणकर्ता” के रूप मैं लेबल किया जा रहा है
• क्या आपको लगातार शारीरिक नुकसान या गिरफ्तारी की धमकी दी जाती है, जब तक आप अपने अपने बच्चे को देखने की इच्छा छोड़ ना दे?
• क्या आपको दिवालिएपन के लिए प्रेरित किया गया है और अपने बच्चे की हिरासत के लिए लड़ने को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है
अपने ही बच्चे को देखने या मिलने से रोकना मानव अधिकारों अक उल्लंघन है
बच्चे को एक माता पिता की देखभाल और प्यार से वंचित करना बच्चों के अधिकारों का दुरुपयोग है
• 18 जून 2010 पर एक पिता रहित समाज के निर्माण के विरोध मैं, हमारे राष्ट्रव्यापी पारिवारिक अदालतों के बहिष्कार शामिल हों!
• परिवार नयायालयों में बच्चों के हिरासत से जुड़े मामलों में माँगों के समर्थन में कृपया सलघन याचिका पर दस्तख़त करें!
• उल्लेखित मांगों का पालन होने तक बच्चे के रखरखाव और समर्थन का भुगतान करने से इनकार करें!
• अपने बच्चे से स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से मिलने की अनुमति मिलने तक और अपने बच्चे के साथ एक सार्थक संबंध बनाने से कुछ भी कम पर समझौता ना करें!
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